- 16 Posts
- 33 Comments
“मुझे अभिनेता ओमपुरी का यह तर्क अजीब सा लगा कि सांसद पढ़े-लिखे ही हों।”
उपरोक्त सुविचार श्री कुलदीप नैयर जी के हैं | यह वाही महानुभाव हैं, जो पाकिस्तानी ख़ुफ़िया के पिट्ठू गुलाम नवी फाई द्वारा आयोजित समारोहों में शामिल होने के लिए अमेरिका जाते रहे थे |
मुझे तो लगा था कि यह पोल खुलने के बाद वह कहीं शर्म से अपना चेहरा छिपाए होंगे | मगर मै यह भूल गया था कि जो फाई द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों में देश कि इज्जत उतारने और पाकिस्तान को महिमामंडित करने जाता रहा हो, वह अपने किये पर शर्मसार कैसे हो सकता है |
शर्मसार होने कि तो छोडिये, वह अभी भी अकड़ दिखता हुआ भारत के विषय में अपनी राय तक दे रहा है | यह ऐसे लोग हैं कि अगर इनका बस चले तो भारत का नाम ही बदल कर पाकिस्तान रख दें |
मेरे ख्याल से अब दैनिक जागरण को भी सख्ती दिखानी चाहिए और ऐसे देशद्रोहियों के आर्टिकल्स छापने बंद कर देना चाहिए |
Read Comments